पहलगाम हमले के बाद CM योगी के टारगेट पर क्यों आ गए रोहिंग्या और बांग्लादेशी?

पहलगाम हमले के बाद CM योगी के टारगेट पर क्यों आ गए रोहिंग्या और बांग्लादेशी?

पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पाकिस्तानियों के निष्कासन के बाद अब राज्य में रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करने का फैसला लिया है. इस संबंध में सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को यह आदेश दिया गया है. सरकार का लक्ष्य अवैध प्रवासियों की संख्या का पता लगाना और आगे की कार्रवाई करना है.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में गुस्से का माहौल है. केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को वापस भेजने का फैसला किया तो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महज 48 घंटे के अंदर ही सभी पाकिस्तानियों (एक को छोड़कर) वापस उनके वतन भेज दिया है. इस एक्शन के बाद अब योगी सरकार की नजर यूपी में रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों पर है. अगले दो दिन के अंदर पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर बांग्लादेशी और रोहिंग्या की पहचान की जाएगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों के एसपी को रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की पहचान करने का आदेश जारी किया है. टीवी9 डिजिटल से बात करते हुए एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश ने बताया कि सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है. अभी सरकार के पास यह आंकड़ा नहीं है कि यूपी में कितने बांग्लादेशी और रोहिंग्या रह रहे हैं. इस वजह से इनकी पहचान की जा रही है. पहचान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बीजेपी के नेता बना चुके हैं मुद्दा

बीजेपी के नेता ही यूपी में बांग्लादेशियों के अवैध घुसपैठ का मसला उठाते रहे हैं. बीते दिनों लखनऊ में नगर निगम की टीम पर कथित बांग्लादेशियों ने हमला कर दिया था. इसके बाद यह मुद्दा काफी गरम रहा. खुद महापौर सुषमा अर्कवाल मौके पर पहुंची थीं और नगर निगम ने कथित बांग्लादेशियों की झोपड़-पट्टी को उजाड़ दिया था. कई बीजेपी विधायक भी यूपी में बांग्लादेशियों के रहने का मसला उठा चुके हैं और सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत भी कर चुके हैं.

क्यों की जा रही है पहचान?

पश्चिम बंगाल से लेकर झारखंड तक… हर जगह बांग्लादेशियों के अवैध घुसपैठ का मुद्दा बीजेपी उठाती रही है. यूपी में भी बांग्लादेशियों के अवैध तरीके से रहने के मामले सामने आते रहते हैं. पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानियों के खिलाफ हुए एक्शन के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या की पहचान करने का फैसला किया है. इसके जरिए यह जानने की कोशिश की जाएगी कि यूपी में कितने बांग्लादेशी और रोहिंग्या रह रहे हैं.

कहां, क्यों और कैसे रहे हैं बांग्लादेशी?

टीवी9 डिजिटल से बात करते हुए एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि सभी एसपी को बांग्लादेशियों और रोहिंग्या की पहचान का आदेश दिया गया है, अभी यह जानने की कोशिश की जाएगी कि कितने बांग्लादेशी और रोहिंग्या रह रहे हैं? किनके पास पासपोर्ट और वीजा है? कितने लोगों ने यहां पर घर ले लिया है? कितने बांग्लादेशियों ने यहां पर अपने सरकारी कागज बनवा लिए हैं और कितने लोग कहां-कहां पर नौकरी कर रहे हैं?

बांग्लादेशियों की पहचान के बाद कब होगा एक्शन?

एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश ने कहा कि अभी शासन की ओर से बांग्लादेशियों और रोहिंग्या की पहचान का निर्देश जारी किया गया है. एक बार सभी जिलों के एसपी अपनी रिपोर्ट भेज देंगे, उसके बाद सरकार तय करेगी कि अवैध रूप से रह रहे लोगों पर क्या एक्शन लेना है. बांग्लादेशियों को वापस भेजने के सवाल पर एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि यह बड़ी कानूनी प्रक्रिया है, सरकार के आदेश पर कार्रवाई की जाएगी.