Uttarkashi Tunnel Rescue Live: सुरंग के अंदर पहुंचे परिजन, किसी भी वक्त मिल सकती है खुशखबरी

Uttarkashi Tunnel Rescue Live Updates: उत्तरकाशी की टनल से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी चरण में है. किसी भी वक्त 41 मजदूर बाहर निकल सकते हैं. सभी को एक-एक कर बाहर निकाला जाएगा. मजदूरों को बाहर निकालने के बाद उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा, जिसके लिए रास्ता भी बनाया जा रहा है. पढ़ें पल-पल की अपडेट्स.
LIVE NEWS & UPDATES
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सुरंग के अंदर बनाया गया अस्थायी अस्पताल
उत्तरकाशी की टनल में फंसे मजदूरों को निकालने का काम पूरा कर लिया गया है. मेडिकल टीम मजदूरों की सेहत की जानकारी ले रही है. मजदूरों के लिए टनल के अंदर ही अस्थायी अस्पताल भी तैयार किया गया है. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 बेड की व्यवस्था की गई है और डॉक्टरों व विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है.
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सुरंग के बाहर से अस्पताल तक बनाया ग्रीन कॉरिडोर
उत्तरकाशी की टनल में पिछले 17 दिनों से फंसे मजदूर कुछ ही पल में बाहर आने वाले हैं. टनल से बाहर आने के तुरंत बाद ही मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. सभी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी. सुरंग के बाहर से अस्पताल तक पहुंचने के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया है.
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उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में पहले भर्ती कराए जाएंगे मजदूर
एम्स ऋषिकेश के सहायक प्रोफेसर डॉ. नरिंदर कुमार के मुताबिक टनल से बाहर आने के बाद सबसे पहले मजदूरों को उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. यहां पर चिकित्सा उपचार की आवश्यकताएं पूरी नहीं हो पाने पर ही उन्हें एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया जाएगा. ट्रॉमा सेंटर में 20 बिस्तर लगाए गए हैं.
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हमें खुशी है कि उन्हें जल्द ही बचाया जाएगा- मजदूरों के परिवारवाले
उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों के परिवारवालों ने कहा है, "हमें खुशी है कि उन्हें जल्द ही बचाया जाएगा. हम उनका अच्छे तरीके से स्वागत करेंगे. चाहते हैं कि बचाव दल के कर्मी जल्द ही उनतक पहुंच जाएं.''
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आपात स्थिति के लिए हेलीकॉप्टर भी तैयार
सीएम धामी इस वक्त सिलक्यारा टनल के अंदर मौजूद हैं. सभी मजदूरों के लिए बैग और गर्म कपड़े भेजे गए हैं. साथ ही मजदूरों के परिजनों को भी बुलाया गया है. परिजन मजदूरों के साथ अस्पताल जाएंगे. आपात स्थिति के लिए हेलीकॉप्टर को भी तैयार रखा गया है.
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टनल में पाइप डालने का काम पूरा- सीएम धामी
रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच सीएम धामी ने एक्स पर लिखा है, ''बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है. शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा.'' -
रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी चरण में
उत्तरकाशी की टनल से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी चरण में है. किसी भी वक्त 41 मजदूर बाहर निकल सकते हैं. सभी को एक-एक कर बाहर निकाला जाएगा. मजदूरों को बाहर निकालने के बाद उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा, जिसके लिए रास्ता भी बनाया जा रहा है.
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पूरा होने वाला है रेस्क्यू, बाहर बना अस्थायी अस्पताल
टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों का रेस्क्यू ऑपरेशन किसी भी वक्त खत्म हो सकता है. टनल के बाहर एक अस्थायी अस्पताल तैयार किया गया है. यहां मजदूरों का मेडिकल टेस्ट होगा. इसके तुरंत बाद सभी को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा जाएगा. टनल के बाहर एंबुलेंस तैयार खड़ी हैं.
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अब मजदूर दो मीटर से भी कम दूरी पर
उत्तराखंड के सचिव नीरज खैरवाल ने बताया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है. 55.3 मीटर ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. अब मजदूर दो मीटर से भी कम दूरी पर हैं. शाम तक शुभ समाचार आने की उम्मीद है. 1 पाइप और वेल्डिंग होकर अंदर जाना है. मजदूरों को एक एक करके बाहर निकाला जाएगा. हम हर हालात के लिए तैयार हैं.
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शाम 5 बजे तक बाहर आ सकते हैं मजदूर
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया है कि हम अभी भी ड्रिल कर रहे हैं. हमें कुछ और मीटर तक जाना है. हम शाम 5 बजे तक कुछ परिणाम देखने की उम्मीद कर रहे हैं. अभी 2-3 मीटर बाकी हैं.
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टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी चरण में
उत्तरकाशी टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी चरण में है. अस्पताल में 41 बेड तैयार रखे गए हैं. वहीं, मजदूरों के परिवार वालों से कहा गया है कि वह मजदूरों के कपड़ों समेत जरूरी सामान वाले बैग तैयार रखें. हादसे की जगह सीएम धामी भी मौजूद हैं. धामी ने पीएम मोदी को रेस्क्यू ऑपरेशन की अपडेट दी है. सीएमओ ने बताया है कि मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं.
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मौके पर NDRF-SDRF और डॉक्टर्स की टीम तैनात
मुख्यमंत्री धामी ने बताया है कि फंसे हुए मजदूरों को निकालने के बाद सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. उन्होंने बताया कि मौके पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को तैनात किया गया है. मौके पर डॉक्टर की टीम भी मौजूद है. सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है. अस्पताल में 41 बेड तैयार रखे गए हैं. टनल में फंसे मजदूरों को सीधा यहीं लाया जाएगा.
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पीएम मोदी ने सीएम धामी को किया फोन
सीएमओ ने बताया है किप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन किया और सिल्क्यारा में सुरंग में फंसे मजदूरों की राहत और बचाव कार्य के बारे में जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि अंदर फंसे सभी श्रमिकों को नियमित रूप से गुणवत्तापूर्ण भोजन भेजा जा रहा है. सभी कार्यकर्ताओं, डॉक्टरों और मनोचिकित्सकों से भी लगातार संपर्क में रखा जा रहा है. अंदर फंसे मजदूरों के परिजनों से भी लगातार बातचीत की जा रही है. उन्होंने बताया कि सीएमओ द्वारा टेलीफोनिक संचार सेटअप भी स्थापित किया गया है.
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ड्रिलिंग बिल्कुल सही हो रही है, आज अच्छा लग रहा है- डिक्स
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने मीडिया से कहा है, "हम पहले भी सकारात्मक रहे हैं और मैं आज भी सकारात्मक हूं. आज पहला दिन है, जब मैंने कहा कि मुझे अच्छा लग रहा है. पहाड़ की चोटी पर ड्रिलिंग बिल्कुल सही हो रही है. 41 आदमी घर पर सुरक्षित पहुंच जाएंगे और फिर आप सबसे असाधारण चीज़ की रिपोर्ट करेंगे.''
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ठीक की जा रही सड़क, पुलिसकर्मी अलर्ट पर
मजदूरों की एम्बुलेंस जिस रास्ते से होकर गुज़रेगी, वहां सड़क निर्माण कार्य चल रहा है. जहां पानी भर गया है, वहां मिट्टी डाली जा रही है. जहां से एम्बुलेंस को निकलना है उस ट्रैक पर चूना डाला जा रहा है. साथ साथ पुलिस जवानों को यहां पर आला अधिकारी ब्रीफिंग देने का काम कर रहे हैं.
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मजदूरों के परिजनों को कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा गया
फंसे हुए 41 मजदूरों के परिजनों को तैयार रहने और मजदूरों के कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा गया है. मजदूरों को रेस्क्यू कर बाहर निकालकर चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया जाएगा.
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सभी मजदूर ठीक हैं, अंदर काम चल रहा है- सीएम धामी
टनल हादसे को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि लगभग 52 मीटर मैन्युअल ड्रिलिंग की जा चुकी है. एक मीटर मेरे सामने गया है. अभी सीमेंट के कंक्रीट ज्यादा हैं.सभी मजदूर ठीक हैं. अंदर काम चल रहा है. संभावना है कि 57 मीटर तक ब्रेक थ्रू हो जायेगा.
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52 मीटर तक मैन्युअल ड्रिलिंग का काम पूरा
उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों का आज रेस्क्यू हो सकता है. 52 मीटर तक मैन्युअल ड्रिलिंग का काम पूरा हो गया है. कहा जा रहा है कि मजदूर अब सिर्फ 5-6 मीटर दूर हैं. टनल के अंदर फिर से खाने के पैकेट पहुंचाए गए हैं.
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मजदूरों के लिए वीके सिंह ने की पूजा
रेस्क्यू को सफल बनाने के लिए विज्ञान के साथ साथ हर किसी की नज़र आध्यात्म पर भी है. हर मज़हब जाति के लोग अंदर फंसी 41 ज़िंदगियों को बचाने की दुआ में लगे हैं. आज सुबह केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने टनल के पास बने बाबा भोखनाग के मन्दिर में मजदूरों को सकुशल निकालने के लिए पूजा अर्चना और हवन किया. इस दौरान वहां काफ़ी लोग मौजूद रहे.
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मौसम अनुकूल, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
अगर आज मौसम ने भी दिया साथ तो सिलक्यारा टनल में चल रहे बचाव अभियान में कोई ख़लल नहीं आएगा. सोमवार को अधिकांश समय बादल छाए रहे. मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई थी. इससे बचाव दलों की चिंता बढ़ी हुई थी. मगर मौसम अनुकूल रहने से बचाव दलों ने राहत की सांस ली और बचाव कार्य जारी है.
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50 मीटर तक पहुंचे बचाव कर्मी
मजदूरों तक पहुंचने के लिए सुरंग के ऊपरी हिस्से से एसजेवीएनएल ने वर्टिकल ड्रिलिंग की है, जबकि सिलक्यारा की तरफ से स्टील पाइप की हारिजांटल निकास सुरंग बनाने को रैट माइनर्स की टीम मोर्चे पर डटी हुई हैं. मैन्युअल ड्रिलिंग का काम कुछ घंटों में पूरा हो सकता है. बचाव कर्मी अब तक 50 मीटर तक पहुंच गए हैं. अभी लगभग 7 मीटर और ड्रिलिंग होगी.
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42 मीटर तक हुई वर्टिकल ड्रिलिंग
उत्तरकाशी की टनल में फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू का ऑपरेशन तेज हो गया है. 42 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग हो गई है. रेस्क्यू को लेकर पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि सरकार श्रमिकों के रेस्क्यू में कोई कसर नहीं छोडे़ंगी. उन्होंने मजदूरों के लिए प्रार्थना की अपील भी की. दूसरी ओर पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने मजदूरों से फोन पर की बात की है.
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36 मीटर तक पहुंची वर्टिकल ड्रिलिंग
उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान के 16वें दिन सोमवार को मलबे को 'रैट होल माइनिंग' तकनीक से साफ करने के लिए विशेषज्ञ मौके पर पहुंच गए और उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया. इस बीच, वैकल्पिक रास्ता तैयार करने के लिए सुरंग के ऊपर से की जा रही वर्टिकल ड्रिलिंग भी 36 मीटर तक पहुंच गयी.
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श्रमिक भाइयों के लिए प्रार्थना करें: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं और मानवता के कल्याण की बात कर रहे हैं, तो हमें अपनी प्रार्थनाओं में उन श्रमिक भाइयों को भी जगह देनी है जो पिछले दो सप्ताह से उत्तराखंड में एक सुरंग में फंसे हुए हैं. सरकार और सभी एजेंसियां मिलकर उन्हें संकट से बाहर निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. हमें इस राहत और बचाव अभियान को बहुत सावधानी से पूरा करना है.
"Today, when we are praying to Gods and Goddesses and talking about the welfare of humanity, we also have to give a place in our prayers to those labour brothers who have been stuck in a tunnel in Uttarakhand for the last two weeks. The government and all the agencies together pic.twitter.com/2tvDkR68LM
— ANI (@ANI) November 27, 2023
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उत्तरकाशी सुरंग रेस्क्यू: 1.6 मीटर की मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी
उत्तराखंड: उत्तरकाशी सुरंग रेस्क्यू में 1.6 मीटर की मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी हुई. 1.6 मीटर तक पाइप डाला गया.
Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | 1.6 metres of manual drilling completed, pipe pushed in up to 1.6 metres.
— ANI (@ANI) November 27, 2023
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उत्तरकाशी में बारिश के आसार
उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम जोरों पर चल रहा है. इस बीच खबर है कि उत्तरकाशी में हल्की बारिश हो सकती है.
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एयरलिफ्ट किए जाएंगे यूपी के मजदूर
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश युद्धस्तर पर की जा रही है. अगले तीन दिन में सभी मजदूरों को टनल से बाहर निकाल लिए जाने की उम्मीद है. इस बीच यूपी सरकार के समन्वयक अरुण कुमार मिश्रा ने कहा है कि टनल से बाहर आते ही यूपी के मजदूरों को तुरंत एयरलिफ्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि टनल में यूपी के 8 मजदूर मौजूद हैं. उन्हें घर पहुंचाने की जिम्मेदारी यूपी सरकार की है.
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मैन्युअल ड्रिलिंग में लगी 12 लोगों की टीम
उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू हो चुकी है. इस काम के लिए अभी 12 लोगों की टीम को लगाया गया है. उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपेरशन से जुड़े नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल ने कहा मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू हो चुकी है. ऑर्गर मशीन को पूरी तरह से निकाल लिया गया है.
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एक मीटर की मैन्युअल खुदाई पूरी
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में पिछले 16 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के लिए की जा रही मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू हो चुकी है. अब तक एक मीटर की मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. इसके साथ ही पाइप को अब एक मीटर अंदर धकेल दिया गया है.
Uttarkashi Tunnel Rescue Live Updates: उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने की रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में बार-बार आ रही दिक्कतों की वजह से अभी तक इन मजदूरों को टनल से बाहर नहीं निकाला जा सका है. हालांकि कोशिशें लगातार जारी हैं. मैन्युअली खुदाई की जा रही है. और एक मीटर की मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. इसके साथ ही पाइप को अब एक मीटर अंदर धकेल दिया गया है. इस काम के लिए अभी 12 लोगों की टीम को लगाया गया है. उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपेरशन से जुड़े नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल ने कहा कि ऑर्गर मशीन को पूरी तरह से निकाल लिया गया है. बता दें, 12 नवंबर को सुरंगा का एक हिस्सा ढह जाने की वजह से 41 मजदूर अंदर ही फंसे गए. राहत की बात है कि अभी तक सभी मजदूर सुरक्षित हैं. पढ़ें इस घटना से जुड़े पल-पल के अपडेट्स
Published On - Nov 28,2023 12:16 AM