अमेठी: 12वीं फेल डॉक्टर, दवा का नाम तक नहीं पढ़ पाता… 8 साल में कर चुका सैकड़ों मरीजों का इलाज

उत्तर प्रदेश के अमेठी में बहोरापुर गांव में एक क्लिनिक पिछले 7-8 सालों से चल रहा है. इस क्लिनिक पर प्रतापगढ़, जौनपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली से सैकड़ों मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. लेकिन सामने आया है कि इसमें 12वीं फेल डॉक्टर है, जिसे दवाईयों के नाम की स्पेलिंग तक नहीं आती और वह मरीजों का इलाज कर रहा है.
उत्तर प्रदेश के अमेठी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक क्लिनिक है, जिसमें डॉक्टर सालों से मरीजों का इलाज करता आ रहा है. लेकिन ये डॉक्टर 12वीं फेल बताया जा रहा है. ये डॉक्टर मरीजों को जो दवाई देता है. इसे उसकी स्पेलिंग तक नहीं आती. ये मामला अमेठी तहसील क्षेत्र के बहोरापुर गांव का है, जहां पिछले कई सालों से एक क्लिनिक चल रहा है.
इस क्लिनिक पर रोजना अमेठी के साथ ही प्रतापगढ़, जौनपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, बाराबंकी से सैकड़ों मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं. ये डॉक्टर आयुर्वेद और अंग्रेजी दवाओं से मरीजों का इलाज करता है. लेकिन इसके पास कोई डिग्री नहीं है. ये डॉक्टर अपने मरीजों को जो दवाइयां देता है. उस दवा के नाम की स्पेलिंग तक उसे नहीं आती. बताया जा रहा है कि ये डॉक्टर 12वीं फेल है. इस डॉक्टर से इलाज कराने के लिए तीमारदारों को एक महीना पहले नंबर लगाना पड़ता है. हर दिन सैकड़ों मरीज इसके पास इलाज कराने आते हैं.
हर दिन सैकड़ों मरीजों का इलाज
वहीं इलाज कराने आए सुहैल अहमद और अमीना बानो ने बताया कि वह पिछले कई महीनों से डॉक्टर के पास आ रहे हैं. लेकिन उनका नंबर नहीं लग पा रहा है. एक महीने पहले नंबर भी लगा तो इलाज नहीं हो पाया. हर दिन सैकड़ों मरीजों का इलाज और काफी भीड़ के चलते लोग महीनों पहले से नंबर लगाते हैं. वहीं शिकायतकर्ता देवेंद्र सिंह ने बताया कि ये क्लिनिक पिछले सात-आठ सालों से संचालित हो रहा है, जो डॉक्टर इलाज कर रहा है. उसका नाम अभिनय प्रताप सिंह है, जो इंटर फेल है.
दवाई का नाम हिंदी में बता रहे
इस क्लिनिक से डॉक्टर ने बहुत कमाई की है और कई बीघे जमीन का बैनामा भी करवाया है. क्लिनिक को संचालित करने वाले डॉक्टर ने कहा कि वो कुपोषित बच्चों का इलाज करते हैं, जो डॉक्टर यहां पर इलाज करते हैं. उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो मरीजों को दी जाने वाली दवाई का नाम हिंदी में बता रहे हैं. उसी की स्पेलिंग जब उनसे पूछी गई तो डॉक्टर साहब चौंक गए. उन्हें टर्बो टोन सिरप और अकीरा सिरप की स्पेलिंग तक नहीं आती.
वहीं जब डीईओ अनीता गुप्ता से इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि ये क्लिनिक विभाग में रजिस्टर्ड है. वहां पर किस तरह का इलाज होता है. ये जांच का विषय है. अगर ऐसी शिकायत है तो हम जांच करेंगे. इसके बाद जो जांच में दोषी पाया जाता है. उस पर कार्रवाई की जाएगी.