केदारनाथ में राहुल गांधी और वरुण गांधी की मुलाकात से गरमाई सियासत, अरसे बाद मिले दो भाई

पांच राज्यों में चुनाव प्रचार के बीच केदरानाथ में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी की मुलाकात को लेकर सियासत गरमा गई है. मुलाकात के दौरान राहुल ने वरुण गांधी की बेटी को दुलार भी किया फिर दोनों नेता अपने-अपने रास्ते पर निकल पड़े.
बाबा केदारनाथ के दरबार में सियासत के दो सिरों पर खड़े गांधी परिवार के चेहरे दर्शन करने पहुंचे, तो चर्चा होना लाजमी ही था कि, ये महज बाबा के दर्शन का संयोग है या कोई सियासी प्रयोग. दरअसल, कांग्रेस में गांधी परिवार से राहुल गांधी अचानक शनिवार को 5 राज्यों के धुंआधार प्रचार को छोड़कर बाबा केदारनाथ दर्शन करने पहुंचे. राहुल का तीन दिनों का दर्शन, सेवा और वहां के पुजारियों से मिलने का कार्यक्रम रहा.
जिस दौरान राहुल गांधी केदारनाथ में थे, उसी वक़्त सियासी गलियारों में उत्सुकता सियासत के दूसरे छोर पर खड़े गांधी परिवार के एक और चिराग वरुण गांधी की भी बाबा के दर्शन की तस्वीरें सामने आ गईं. सियासी गलियारों की बात करें तो वरुण गांधी अरसे से बीजेपी से उखड़े-उखड़े से नजर आए हैं. कई बार बेरोजगारी और किसानों को लेकर किए गए उनके ट्वीट भी बीजेपी को असहज करते आए हैं.
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2024 में वरुण गांधी सियासत में किस ओर खड़े नजर आएंगे, इसको लेकर भी कयास लगते रहे हैं. ऐसे में एक समय में दोनों गांधियों का केदारनाथ में होना कौतूहल तो पैदा करता ही है. हालांकि, इससे पहले भी वरुण गांधी अरसे पहले अपनी शादी का कार्ड लेकर दस जनपथ देने गए थे, लेकिन कांग्रेस के गांधी परिवार से वरुण की शादी में कोई शामिल नहीं हुआ था.
जमाने से बिगड़े हैं दोनों परिवार में रिश्ते
दरअसल, राहुल की मां सोनिया और वरुण की मां मेनका के रिश्ते इंदिरा के जमाने में जो बिगड़े वो आज तक सुधर नहीं पाए. उसके बाद इंदिरा गांधी के बाद अमेठी से राजीव गांधी के खिलाफ संजय विचार मंच के बैनर तले मेनका का चुनाव लड़ना रिश्तों में खाई पैदा कर गया.
हालांकि, खबरें आती रहीं है कि, बीतते वक्त के साथ प्रियंका गांधी के साथ कभी-कभार वरुण की बात-मुलाकात होती रही है, लेकिन सार्वजनिक तौर पर वरुण के कट्टर बयानों के चलते प्रियंका ने उनको नसीहत भी दी थी. आज के सियासी दौर में बीजेपी और वरुण के रिश्तों के मद्देनजर वरुण के अगले कदम पर सबकी नजरें टिकीं हैं, तो सियासी गलियारों में गांधी परिवार की नई पीढ़ी के साथ आ सकने की चर्चाएं गाहे-बगाहे होती हैं, जिनकी कहीं से पुष्टि नहीं होती.
तीन दिनों की यात्रा कर वापस लौटे राहुल
इसी तरह बाबा केदारनाथ के यहां एक ही दिन राहुल-वरुण की मौजूदगी पर सूत्रों का कहना है कि, ये महज संयोग है कि, जब राहुल अपनी तीन दिनों की यात्रा पूरी करके सुबह वापस निकल रहे थे, तभी वरुण गांधी सपरिवार वहां पहुंचे. दोनों भाइयों एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं, नमस्ते-दुआ सलाम हुई.
इसके बाद खास बात ये रही कि राहुल ने खासतौर पर वरुण की बेटी दुलार किया.हालांकि, सूत्रों का ये भी कहना है कि, उन दोनों के बीच किसी तरह की कोई राजनैतिक चर्चा नहीं हुई. इसके बाद राहुल वापसी के लिए रवाना हो गए.
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