Operation Sindoor: LoC पर अग्निवीर जवान शहीद, मुरली नाईक ने 5 आतंकियों को किया था ढेर

घाटकोपर (पूर्व) के कामराज नगर निवासी जवान मुरली नाईक ने भारत-पाकिस्तान के बीच हमले के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए. उनकी शहादत से पूरे इलाके में शोक छा गया है. नाइक एक साधारण परिवार से थे.
मुंबई के घाटकोपर (पूर्व) के कामराज नगर के रहने वाले अग्निवीर जवान मुरली नाईक को भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वीरगति प्राप्त हुई. मुरली नाईक आज तड़के सुबह करीब 3 बजे उरी सेक्टर में देश की सेवा के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी. वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे. मुरली नाईक एक सामान्य और गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनकी शहादत से इलाके में शोक की लहर है. मुरली नाईक मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे. उरावकोंडा शहर पहुंचे सीएम नायडू ने नाइक की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की.
घाटकोपर के कामराज नगर रहने वाले मुरली नाईक एक सामान्य और गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनकी शहादत से इलाके में शोक की लहर है और लोगों में गहरा आक्रोश भी देखा जा रहा है. वहीं स्थानीय नागरिकों ने सरकार से शहीद जवान के परिवार को समुचित सहायता राशि देने की मांग की है. आज शाम 7 बजे घाटकोपर के कामराज नगर में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी गई. मुरली नाईक मूल रूप ले आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे लेकिन उनके पिता मुंबई में रहकर काम करते थे. यहीं उन्होंने मुरली नाईक को मेहनत-मजदूरी कर पढ़ाया था.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को आधिकारिक दौरे पर उरावकोंडा शहर पहुंचे. सीएम नायडू ने नाइक की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. बाद में उन्होंने कुरनूल हवाई अड्डे पर भी उन्हें श्रद्धांजलि दी.
गोलीबारी के दौरान शहीद हुई मुरली नाईक
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना के जवान एम. मुरली नाईक वीरगति को प्राप्त हो गए. घाटकोपर के कामराज नगर के के रहने वाले नाईक ने आतंकवाद विरोधी अभियान में सर्वोच्च बलिदान दिया. बीती रात पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर सहित सैन्य स्थलों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की थी. इससे पहले देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में 15 स्थानों पर इसी तरह की कोशिशों को नाकाम किया गया था.
गोलीबारी के बाद बढ़ा तनाव
संघर्ष की आशंकाओं के बीच दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. एक त्वरित और सटीक जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार देर रात जम्मू और उसके आसपास के इलाकों में आने वाली सभी मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट कर दिया. सेना के जवानों ने सीमा पार से शुरू किए गए हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया. इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है. हालांकि हमलों के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए सीमा से सटे कई शहरों में ब्लैकआउट किया गया है.