पिता बना हैवान, अपने ही बेटे की ऐसे ले ली जान, क्या था बेटे का गुनाह?

उत्तराखंड के रुद्रपुर हैवानियत का एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक पिता ने ही अपने बेटे की जान ले ली. मृतक का शव झाड़ियों में मिला जहां उसी की शर्ट से उसका गला घोंटा गया था. पुलिस ने जब इस मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो सामने आया की पिता ने ही इस अपराध को अंजाम दिया और अपने ही बेटे की जान ले ली.
रुद्रपुर से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर सामने आई है. एक ऐसा हत्याकांड, जिसमें आरोपी कोई और नहीं बल्कि खुद पिता ही निकला. ये कहानी न सिर्फ दिल दहला देने वाली है, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार कर देने वाली है.
15 अप्रैल की सुबह, आनंदपुर गांव की मुख्य रोड के पास झाड़ियों में एक बच्चे का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. मृतक की उम्र करीब 14 से 15 साल बताई गई और उसकी पहचान अंकित के रूप में हुई. सूचना मिली थी कि शव रिद्धि सिद्धि फैक्ट्री के सामने मैदान में पड़ा हुआ है. कॉल करने वाला कोई अज्ञात व्यक्ति था.
झाड़ियों में मिला शव
सबसे पहले अंकित के फुफेरे भाई अभिषेक को इस बात की जानकारी मिली. कॉल के तुरंत बाद अभिषेक ने अंकित की मां को बताया और परिजन मौके पर पहुंचे. जहां झाड़ियों में अंकित की लाश मिली गले में उसी की स्कूल शर्ट बंधी थी. यानी कि हत्या गला घोंटकर की गई थी. पुलिस ने तुरंत शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की. इस केस की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने 5 टीमें बनाईं और सर्विलांस के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए.
पिता ने ही की हत्या
पिता का कहना था कि वो अंकित को स्कूल छोड़कर आया था, लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज देखी गई तो पुलिस भी दंग रह गई. उसमें साफ दिखा कि अंकित अपने पिता के साथ साइकिल पर जा रहा था, लेकिन स्कूल तक पहुंचा ही नहीं. इसके बाद जब पिता को थाने बुलाकर पूछताछ की गई तो कहानी में जो खुलासा हुआ उसने सब को चौंका दिया. आरोपी पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि उसका बेटा अंकित कई बार घर में चोरी करता था और जब वो डांटता तो मां बेटे का साथ देती थी.
क्या था बेटे का गुनाह?
12 अप्रैल को अंकित ने पिता की सैलरी में से 10 से 12 हजार रुपए चुरा लिए थे. इसी बात से नाराज होकर उसने दिल दहला देने वाला फैसला लिया. 15 अप्रैल की सुबह उस ने अंकित और अपने छोटे बेटे को साइकिल पर स्कूल छोड़ने के बहाने निकाला, छोटे बेटे को स्कूल छोड़ा और अंकित को झाड़ियों वाले मैदान में ले गया.
यहां उसने अंकित की शर्ट उतरवाई, लकड़ियां बीनने का बहाना बनाया और फिर उसी शर्ट से गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद वो अपनी फैक्ट्री चला गया और वहां से एक सहकर्मी के फोन से अभिषेक को कॉल कर दिया. अपने ही बच्चे की हरकतों से तंग आकर एक पिता हैवान बन गया. रुद्रपुर में हुए इस हत्याकांड ने रिश्तों के भरोसे को हिला कर रख दिया है.