उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू LIVE: टनल में फंसे मजदूरों के पास नमक, फ्रूट्स और दवाई भेजी गईं

सिलक्यारा टनल में मजदूर फंसे मजदूरों को निकालने के लिए पिछले 10 दिनों रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. है. बीते दिन रेस्क्यू टीम ने मलबे को पार करते हुए मजदूरों तक छह इंच चौड़ा पाइप पहुंचा दिया. एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना के इंजीनियर, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, बीआरओ और भारत सरकार की अन्य तकनीकी एजेंसियां वहां काम कर रही हैं.
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टनल में फंसे मजदूरों के पास आज नमक, फ्रूट्स और दवाई भेजी गईं
टनल के अंदर एक पाइप आज 18 मीटर गया है. हर छह मीटर पर वेल्डिंग करना होता है. ऑगर मशीन का काम शुरू नहीं हुआ है, जब पाइप 22 मीटर तक जाएगा तब मशीन काम करेगी. मजदूरों के पास आज नमक, फ्रूट्स और दवाई भेजी गई हैं. कुछ देर में सब्जी रोटी भी जाएगी. मलबे के बीच का हिस्सा सबसे क्रिटिकल है. हर एजेंसीज से हर घंटे बात हो रही है. एक मशीन आ चुकी है. एक मशीन गुजरात और दूसरी ओडिशा से आ रही है.
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एक्शन होगा, लेकिन पहले मजदूरों को बचाना है- सीएम धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘संदेहों’ की गहन जांच की जाएगी, लेकिन तत्काल प्राथमिकता आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग खंड के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाना है.
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सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी
सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है. 12 नवंबर को उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था.
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मलबे में चौड़ा पाइप डाले जाने से मजदूरों से बातचीत आसान हुई
सुरंग में फंसे श्रमिकों के सिलक्यारा में मौजूद रिश्तेदारों ने मंगलवार को मलबे में छह इंच व्यास के चौड़े पाइप के डाले जाने से उसके जरिए बातचीत करने में आसानी होने से कुछ राहत महसूस की. सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों में शामिल अपने देवर प्रदीप किस्कू की कुशल क्षेम जानने के लिए बिहार के बांका से सिलक्यारा पहुंची सुनीता हेम्ब्रम ने बताया कि मैंने उनसे सुबह बात की. नए पाइप से उन्हें संतरे भेजे गए हैं. वह ठीक हैं.
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10 दिन में अलग-अलग चुनौतियां सामने आईं- NDRF
उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना के बाद जारी बचाव कार्य पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने बताया कि इस समय एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना के इंजीनियर, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, बीआरओ और भारत सरकार की अन्य तकनीकी एजेंसियां वहां काम कर रही हैं. वहां 10 दिन में अलग-अलग चुनौतियां सामने आई हैं. 3-4 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी साइट पर आए हैं. वहां पर्याप्त जगह है अंदर जहां मजदूर फंसे हुए हैं वहां राशन, दवा और अन्य जरूरी चीजें कंप्रेसर के जरिए उस जगह पहुंचाई जा रही हैं.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल में मजदूर फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रेस्क्यू टीम ने टनल के प्रवेश द्वार से हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग शुरू कर दी है. पिछले 10 दिनों रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. मंगलवार सुबह एक बड़ा अपडेट सामने आया है. टनल के अंदर फंसे मजदूरों के विजुअल यानी वीडियो सामने आए है. बीते दिन रेस्क्यू टीम ने मलबे को पार करते हुए मजदूरों तक छह इंच चौड़ा पाइप पहुंचा दिया. इससे एक अतिरिक्त सप्लाई लाइन बनाने में कामयाबी मिली. 9 दिनों से अधिक समय के बाद मजदूरों को गर्म खाना यानी खिचड़ी मिल सकी. उन्हें सूखे मेवे और कुछ ताजे संतरे के पैकेट भी भेजे गए. टनल के रेस्क्यू ऑपरेशन के हर बड़े अपडेट्स यहां पढ़ें...
Published On - Nov 21,2023 5:47 PM