गजब! पुलिस ने जिसे बनाया शांति समिति का सदस्य, वही निकला तस्कर; थाने से गायब कर रहा था जब्त शराब

गजब! पुलिस ने जिसे बनाया शांति समिति का सदस्य, वही निकला तस्कर; थाने से गायब कर रहा था जब्त शराब

मुजफ्फरपुर के बेला थाने में जब्त शराब के 17 कार्टून गायब हो गए. शराब नष्ट करने के दौरान यह घटना हुई, जिसमें थानेदार और निजी मुंशी की मिलीभगत सामने आई है. पुलिस ने एक ठेकेदार और निजी मुंशी को गिरफ्तार किया है.

बिहार के मुजफ्फपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस अवैध शराब को जब्त करके थाने लाई थी. लेकिन आरोपियों ने थाना परिसर से ही शराब के कार्टन गायब कर दिए. शराब की बोतलों को नष्ट करने के दौरान पुलिस ने खेल कर दिया. वहीं एसएसपी ने इस मामले में थानेदार को सस्पेंड कर दिया है. जबकि को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं पूछताछ में जब बेला थाने से शराब खरीदकर लाने की बात बताई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.

मुजफ्फरपुर के बेला थाने से शराब नष्ट कारण के दौरान कई कार्टन शराब गायब हो गई. जब्त की गई जिस शराब को नष्ट करने के लिए थाने में रखा गया था वो शराब फिर से शराब माफियाओं के पास पहुंच गई. बेला थाने में नष्ट करने की बजाय जब्त शराब माफिया को सौंप दी गई. थाने से 17 कार्टन शराब कार में ले जाकर धंधेबाज निकल गया. इसकी सुचना मिलते ही बरिये पुलिस थाने से शराब की खेप लेकर निकला धंधेबाज रास्ते में धीरनपट्टी में विशेष पुलिस टीम के हत्थे चढ़ गया.

मामले में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया. जांच में बेला थाने के प्राइवेट मुंशी और इलाके के ठेकेदार मो. शहादत की संलिप्तता सामने आई. मोहम्मद शहादत थाने का शांति समिति सदस्य बताया गया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं पूरे मामले में लापरवाही सामने आने पर एसएसपी सुशील कुमार ने बेला थानेदार रंजना वर्मा को निलंबित कर दिया है. थानेदार की भूमिका की जांच की जा रही है. एसएसपी ने जांच के लिए सिटी एसपी विश्वजीत दयाल के नेतृत्व में टीम गठित कर दी है. टीम में एसडीपीओ टाउन वन सीमा देवी और अन्य शामिल हैं. सिटी एसपी और एसडीपीओ ने थाने पर पहुचकर जांच की.

इंस्पेक्टर को किया सस्पेंड

थानेदार से पूछताछ कर थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला गया. जानकारी जुटाई जा रही है कि थाने के किसी पुलिस कर्मी की संलिप्तता तो नहीं है. इसके साथ ही विष्टिकरण के दौरान बनाए गए वीडियोग्राफी के भी फुटेज को देखा गया. हाल में ही बेला थाना क्षेत्र से भारी मात्रा में शराब जब्त की गई थी. बरिये अधिकारियों के निर्देश पर बेला थाना परिसर में जब्त शराब को नष्ट किया जा रहा था.

17 कार्टन शराब बेची

इलाके में सक्रिय एक धंधेबाज को शराब नष्ट करने का ठेका दिया गया था. मौके पर मजिस्ट्रेट व थानेदार की उपस्थिति अनिवार्य थी, लेकिन बेला थानेदार रंजना वर्मा मौके पर नहीं थी. थाना परिसर में ही पीछे खाली जगह पर गड्ढा खोदकर शराब नष्ट की जा रहा थी. ठेकेदार अपने लेबर से थाने से शराब के कार्टन निकलवा कर गड्ढे तक पहुंचा रहा था. इसी दौरान लेबर ने 17 कार्टन शराब ठेकेदार की कार में लाद दी, जिसे लेकर वह निकल गया. निजी मुंशी सुजीत और मोहम्मद शहादत की मिली भगत से शराब को ठिकाने लगवा दिया गया.

एसएसपी ने कही ये बात

सिटी एसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शराब ले जा रही सफेद रंग की एक कार जब्त की. छानबीन में पुलिस अधिकारियों को पता चला कि थाने का निजी मुंशी भी इसमें शामिल है. इसके बाद तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं पूरे मामले में लापरवाही सामने आने पर एसएसपी सुशील कुमार ने बेला थानेदार को निलंबित कर दिया है. एसएसपी सुशील कुमार ने कहा कि बेला थाने के प्राइवेट मुंशी और एक निजी ठेकेदार ने शराब नष्ट करने के दौरान शराब के कार्टन गायब किए थे, जिसे बरामद कर लिया गया है. लापरवाही में बेला थानेदार को सस्पेंड किया गया है.