झारखंड: शराब घोटाला केस में बड़ा एक्शन, सीनियर IAS विनय चौबे को ACB ने किया गिरफ्तार

झारखंड में शराब घोटाला मामले में एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने बड़ी कार्रवाई की है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने झारखंड में हुए शराब घोटाला मामले में राज्य के वरिष्ठ आईएएस विनय चौबे को गिरफ्तार कर लिया है.
झारखंड में शराब घोटाला मामले में एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने बड़ी कार्रवाई की है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने झारखंड में हुए शराब घोटाला मामले में राज्य के वरिष्ठ आईएएस विनय चौबे के साथ-साथ संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया.आईएएस विनय चौबे पर झारखंड सरकार के उत्पाद सचिव रहते अनियमितता के आरोप को लेकर एसीबी की ओर से जांच की जा रही थी.
वहीं इसी मामले में वर्तमान संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ के बाद दोनों को एक साथ ही गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद आईएएस विनय चौबे और संयुक्त उत्पाद आयुक्तयोगेंद्र कुमार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे को तीन जून तकजुडिशल कस्टडी में भेज दिया.
बता दें कि विनय कुमार चौबे 1999 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में विनय कुमार चौबे झारखंड के पंचायती राज विभाग के सचिव के पद पर तैनात थे. बता दें कि मार्च 2022 में झारखंड में छत्तीसगढ़ मॉडल पर आधारित उत्पाद (शराब) नीति लागू की गई थी. इसको लेकर छत्तीसगढ़ के रायपुर में बैठक भी हुई थी और झारखंड में नई नीति बनते ही छत्तीसगढ़ का सिंडिकेट सक्रिय हो गया. इस दौरान फर्जी होलोग्राम और अवैध शराब की सप्लाई कर, झारखंड सरकार के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया गया था.
इसी बीच छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले मामले को लेकर ईडी जांच में जुटी थी. उस दौरान जांच के क्रम में यह जानकारी मिली थी कि जिस सिंडिकेट ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला को अंजाम दिया है, उसी सिंडिकेट के द्वारा झारखंड में भी नई उत्पाद नीति बनाई थी और झारखंड में भी शराब घोटाले को अंजाम दिया था. इस जानकारी के बाद छत्तीसगढ़ ईडी ने आईएएस अधिकारी विनय चौबे को समन जारी कर पूछताछ के लिए छत्तीसगढ़ बुलाया था.