हर दिन नए आदमी, 5000 रेट और… BJP नेता के ‘अतिथि’ होटल का काला सच, जिसे सुन रूह कांप जाए

जबलपुर में भाजपा नेता अतुल चौरसिया के होटल में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. एक असम की युवती की शिकायत के बाद चौरसिया गिरफ्तार हुआ है. पीड़िता ने बताया कि उसे जबरदस्ती देह व्यापार में धकेला गया और उसे जान से मारने की धमकी दी गई.
होटल की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने वाले भाजपा नेता अतुल चौरसिया के काले कारनामों की परतें एक-एक कर उधड़ती जा रही है. एक दिन की रिमांड के बाद पुलिस ने आरोपी को भले ही जेल भेज दिया है लेकिन उसकी करतूतों का काला चिट्ठा खुलता जा रहा है. भाजपा नेता के जबलपुर के गढ़ा में संचालित होटल अतिथि में आए दिन अय्याशी की पार्टियां होती थीं. इन रंगीन पार्टियों में भाजपा नेता अतुल चौरसिया के ग्राहकों के अलावा अन्य लोग भी पहुंचते रहे हैं. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद होटल में चलने वाली रंगीन पार्टियों के कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें साफ तौर पर होटल के अंदर महिला डांसर डांस करती नजर आ रही.
असम की युवती की शिकायत के बाद जबलपुर के गढ़ा पुलिस ने भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष अतुल चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया. जबकि उसके साथी शीतल उर्फ मथुरा दुबे की तलाश की जा रही है. युवती ने अपनी शिकायत में जो बताया वह बेहद चौंकाने वाला है. पीड़िता ने क्या कहा?
पीड़िता ने शिकायत में क्या कहा?
मैं असम की रहने वाली हूं. तीन साल पहले जबलपुर काम की तलाश में आई थी. सोचती थी कि कोई अच्छी नौकरी मिल जाएगी, जिंदगी पटरी पर आ जाएगी, लेकिन यहां मेरी मुलाकात जिन दो लोगों से हुई, उन्होंने मेरी जिंदगी को नर्क बना दिया. ये दो नाम हैं शीतल उर्फ मथुरा दुबे और अतुल चौरसिया. शुरुआत में शीतल बहुत मीठा बोलता था. बोला कि एक होटल है, वहां रुक जाओ, हम तुम्हें काम दिला देंगे. मुझे भी लगा चलो सिर पर छत तो मिलेगी. अतुल चौरसिया से भी वहीं मुलाकात करवाई. होटल अतिथि की तीसरी मंजिल पर एक कमरा मिला, लेकिन ये कमरा नहीं था, मेरी जिंदगी की कालकोठरी थी.
अतुल ने कहा काम करना है तो कुछ बड़ा सोचना होगा. तुम खूब पैसा कमा सकती हो. जब मैंने पूछा कि कैसा काम? तो हंसकर टाल गया. लेकिन अगले ही दिन मेरे कमरे में एक आदमी भेज दिया गया. तब मुझे अहसास हुआ कि यह होटल नहीं, एक ऐसा अड्डा है जहां लड़कियों को धंधे में जबरन धकेला जाता है. हर दिन नए-नए आदमी मेरे कमरे में भेजे जाते. शीतल ग्राहक लेकर आता था और अतुल हर ग्राहक से दो से पांच हजार रुपए वसूलता था. लेकिन मुझे एक पैसा भी नहीं मिलता. जब भी मैंने पैसे मांगे, मुझे मारा गया, धमकाया गया. बोला गया कि यहां से भागने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा. मेरे मोबाइल तक छीन लिए गए. बाहर किसी से बात नहीं कर सकती थी. होटल की तीसरी मंजिल से नीचे आने की भी इजाजत नहीं थी.
आरोपियों के खोले राज
कमरे में कैमरे नहीं थे, लेकिन होटल के नीचे CCTV थे. कोई देख भी नहीं सकता था कि मैं वहां क्या झेल रही हूं. कई बार मैंने रोने की आवाजें दूसरे कमरों से भी सुनीं. कई बार दूसरी लड़कियां भी आईं ज्यादातर पूर्वोत्तर की थी. उन्हें भी ऐसे ही डराकर, लालच देकर रखा जाता था, लेकिन चार महीने पहले किसी तरह मैं भाग निकली. बहुत मुश्किल से खुद को बचाया. एक किराए के मकान में रहने लगी. सोचा कि अब ये सब पीछे छूट जाएगा. लेकिन हाल ही में जब मैंने अपने बकाया पैसों की बात की तो शीतल और अतुल मुझे ढूंढते हुए फिर आने लगे. धमकी दी पुलिस गई तो जान से जाएगी. तब मैंने तय किया कि अब डरना नहीं है.
मैं शिकायत करने के लिए सबसे पहले महिला पुलिस थाने पहुंची लेकिन मुझे गढ़ा थाने कहकर भगा दिया गया और मेरी शिकायत भी दर्ज नहीं की गई. फिर इसके बाद में भेड़ाघाट पुलिस थाने पहुंची जहां भी मेरी शिकायत नहीं लिखी गई. महीनों भटकने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगाए तब जाकर गढ़ा थाने में शिकायत दर्ज की गई और सब कुछ बता दिया. पुलिस ने मेरी बात को गंभीरता से लिया, और उसी दिन कार्रवाई की. होटल पर छापा पड़ा और अतुल चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन शीतल अब भी फरार है. वो असली शैतान है. अगर वो पकड़ा गया, तो बहुत कुछ सामने आएगा.
‘मैं अभी भी डरी हुई हूं’
पीड़िता ने बताया कि मैं अब भी डरी हुई हूं. लेकिन अब मेरी लड़ाई शुरू हो गई है. मैं चाहती हूं कि अतुल चौरसिया और शीतल दुबे को कड़ी से कड़ी सजा मिले. जो कुछ मेरे साथ हुआ, वो किसी और लड़की के साथ न हो. मैं चाहती हूं कि सरकार मेरी सुरक्षा सुनिश्चित करे और इस होटल को सील कर दे. जहां न जाने कितनी लड़कियां रोज अपने सपनों को मरते देखती थीं. मैं बस एक सवाल पूछना चाहती हूं. क्या किसी पार्टी में पद होने का मतलब यह है कि इंसान कानून से ऊपर हो जाता है? मैं एक आम लड़की हूं, लेकिन आज मेरी हिम्मत हर उस लड़की के लिए आवाज है जो इस दलदल में फंसी है.