दिल्ली-NCR में तेज आंधी के साथ जबरदस्त बारिश, कई इलाकों में जलजमाव, IMD ने जारी किया था रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में बारिश के साथ-साथ 60-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया था. वहीं बिजली गिरने की संभावना को लेकर भी लोगों को आगाह किया गया था. जिसके बाद दिल्ली, हरियाणा, नोएडा समेत कई इलाकों में तेज हवा के साथ जमकर बारिश हुई है.
दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है. दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद समेत एनसीआर के कई इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई. ठंडी हवाओं ने दिल्ली-एनसीआर को गर्मी से राहत दी है. हालांकि तेज आंधी और बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से काफी जलभराव भी हो गया है. जिससे कार पानी में डूब गई. बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही दिल्ली एनसीआर को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया था.
#WATCH | A car submerged as heavy rainfall causes severe waterlogging in parts of Delhi.
(Visuals from Minto Road) pic.twitter.com/HmRv09CEpV
— ANI (@ANI) May 24, 2025
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया था कि दिल्ली एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली चमकने, ओलावृष्टि होने के अलावा 60 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं.
#WATCH #WATCH दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के कारण कुछ इलाकों में जलभराव हुआ।
(वीडियो मोती बाग से है।) pic.twitter.com/FVymQ2LNi1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2025
तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू
बता दें कि शनिवार देर रात मौसम विभाग के अलर्ट के कुछ घंटों के भीतर करीब दो बजे मौसम का मिजाज बदल गया और दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई. इसके अलावा महाराष्ट्र में भी मौसम ने करवट बदली और वहां भी बारिश हुई है. जबकि गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी बूंदाबांदी और आंधी देखी गई.
#WATCH दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई।
वीडियो हुमायूं रोड से है। pic.twitter.com/IFx1QcDZ6f
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2025
मौसम विभाग ने जारी किया था अलर्ट
दरअसल आईएमडी ने शनिवार रात अगले 2 से 3 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए बताया था कि दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज फिर से बिगड़ने वाला है. बारिश के साथ तेज आंधी, आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि का अनुमान जताया गया. साथ ही 60-100 किमी प्रति घंटे से हवाओं के चलने की संभावना भी जताई गई, जिससे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.
#WATCH झज्जर, हरियाणा: शहर के कई हिस्सों में आंधी के साथ बारिश हुई। pic.twitter.com/kp91DKNsHb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2025
गंभीर तूफान का संकेत
आईएमडी के मुताबिक, नाउकास्ट सिस्टम की रडार इमेजरी में Bow Echo दिखाई दे रहा है. जो गंभीर तूफान का संकेत होता है. मौसम के विशेषज्ञों ने बताया कि यह तूफान पहले की तुलना में थोड़ी धीमी गति से आगे बढ़ रहा है. लेकिन इसका प्रभाव व्यापक और शक्तिशाली हो सकता है.
Windspeed warning has been increased to 78-110km/h category for all parts of Delhi and Ncr now.
Storm will hit within 85 minutes https://t.co/GYG06oxzIK
— IndiaMetSky Weather (@indiametsky) May 24, 2025
अगले हफ्ते कैसा रहेगा मौसम?
इससे पहले मौसम विभाग ने 25 और 26 मई को आंशिक रूप से बादल छाए रहने, जबकि 27 और 28 मई को हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया था. वहीं 29 मई को भी आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है. इस दौरान तापमान में ज्यादा उछाल नहीं होगा. आईएमडी के मुताबिक तापमान 37-40 डिग्री के बीच बना रहेगा.
केरल में रेड और ऑरेंज अलर्ट
केरल में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को राज्य के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया.आईएमडी ने कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए रेड अलर्ट तथा राज्य के बाकी 12 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा, रविवार के लिए पांच जिलों में रेड अलर्ट और नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. सोमवार के लिए केरल के 11 जिलों में रेड अलर्ट और तीन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
समय से पहले पहुंचा मानसून
इससे पहले, दिन में आईएमडी ने राज्य में मानसून के आगमन की पुष्टि की, जो 2009 के बाद सबसे जल्दी आगमन है.आईएमडी के अनुसार, मानसून सामान्य से आठ दिन पहले आ गया और इससे पहले ऐसा 23 मई 2009 को हुआ था. 1975 के बाद 19 मई 1990 को भी मानसून का जल्दी आगमन हुआ था. शनिवार को केरल में तेज हवाओं और रातभर हुई भारी बारिश के कारण कई पेड़ गिर गए, बिजली के खंभे उखड़ गए, फसलें नष्ट हो गईं और सड़कें जलमग्न हो गईं.पेड़ों के गिरने के कारण राज्य के कई हिस्सों में कुछ मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए.