उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन: मजदूरों को बाहर निकालने का डेमो किया, अब कितना और इंतजार करना पड़ेगा?

उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए ड्रिलिंग का काम एक बार फिर शुरू हो गया है. गुरुवार रात को इसको रोक दिया गया था, क्योंकि ऑगर मशीन में तकनीकी खराबी आ गई थी. सिल्कयारा सुरंग में अभी 14 मीटर और ड्रिल करना है. अगर सब सही रहता है कि मजदूर जल्द ही बाहर आ सकते हैं.
LIVE NEWS & UPDATES
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हर तरह की स्थिति के लिए तैयार है AIIMS ऋषिकेश
एम्स ऋषिकेश के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नरिंदर कुमार ने कहा है कि हमने डॉक्टरों और नर्सिंग अधिकारियों की एक टीम बनाई है, इसलिए यदि आवश्यक हो तो हमने बैकअप में एक वाहन रखा है ताकि हम डॉक्टरों और नर्सिंग अधिकारियों को वहां भेज सकें. हमारे पास एम्स ऋषिकेश में तीन हेलीपैड हैं, इसलिए यहां एक समय में तीन हेलीकॉप्टर उतर सकते हैं.
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NDRF ने किया अभ्यास, ऐसे बाहर आएंगे मजदूर
एनडीआरएफ ने आज पूर्वाभ्यास किया, जिसमें देखा गया कि वह सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए तैयार किए जा रहे रास्ते में अपने पहिए वाले स्ट्रेचर को कैसे ले जाएगा.
उत्तरकाशी (उत्तराखंड): एनडीआरएफ ने फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए पाइपलाइनों के माध्यम से व्हीलड स्ट्रेचर ले जाने का डेमो दिखाया। pic.twitter.com/DH6uiJgYS0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2023
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फिर शुरू हुआ ऑपरेशन
उत्तरकाशी में टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू हो गया है. PMO के पूर्व एडवाइजर भास्कर खुलबे ने कहा है कि 12 घंटे और लग सकते हैं. प्लेटफॉर्म ठीक है, ऑगर मशीन पूरी तरह ठीक काम कर रही है. अब ऑपरेशन फिर से शुरू हो गया है. हमें उम्मीद है हम जल्द ही सफलता हासिल करेंगे.
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पीएम मोदी ने ली मजदूरों की जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत की और टनल में फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली. पीएम ने सीएम को निर्देश दिए कि जब श्रमिक टनल से बाहर निकलेंगे तो उनके स्वास्थ्य की जांच की जाए और अगर जरूरत पड़े तो उनको अस्पताल भेजे जाने की उचित व्यवस्था भी सुनिश्चित कि जाए.
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जल्द शुरू होगा ड्रिलिंग का काम
पीएमओ के पूर्व एडवाइजर भास्कर खुलबे ने कहा है कि हालात अभी सही हैं. पाइप के मुंह पर जहां थोड़ा दवाब था उस पिचकन को निकालने के लिए उसको काट कर निकालने का काम कर रहे हैं, वो काम एक डेढ़ घंटे के अंदर कम्पलीट होगाय. उसके बाद 11-11:30 बजे तक ड्रिलिंग का काम शुरू कर सकते हैं. 45 के आगे अगले 5 मीटर तक कोई भी ऑब्स्ट्रक्शन नहीं है. अभी हमें 14 मीटर जाना है. पाइप को छोटा-छोटा काट कर हमें लगाना होगा. ऑगर मशीन में कोई दिक्कत नहीं थी जो उसका प्लेटफार्म था उसमे दिक्कत आई थी जिसको ठीक कर दिया गया है. कल तक 48 मीटर ड्रिल का काम हो गया था. 2 मीटर पाइप काटा गया. 57 से 60 मीटर तक ड्रिल करना पड़ सकता है. बाधा नही आई तो टनल में फंसे मजदूरों को शाम तक निकाला जा सकता है.
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41 मजदूरों के लिए पैक किया जा रहा खाना
उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के लिए खाना पैक किया जा रहा है.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Food being packed for the 41 workers who are trapped inside pic.twitter.com/jQAOEyvjiw
— ANI (@ANI) November 24, 2023
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बचाव अभियान में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल
उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस पर स्क्वाड्रन इंफ्रा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ सिरिएक जोसेफ ने कहा कि यह (ड्रोन) नवीनतम तकनीकों में से एक है जो सुरंग के अंदर जा सकता है.
#WATCH | Uttarkashi(Uttarakhand) Tunnel rescue | On the drone technology that is being used in the rescue operation, Cyriac Joseph, MD & CEO, Squadrone Infra Mining Pvt Ltd says, "This (drone) is one of the latest technologies which can go inside the tunnel, it goes into GPS pic.twitter.com/XGve8bkShU
— ANI (@ANI) November 24, 2023
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उत्तरकाशी में सुरंग के बाहर देर रात हलचल
उत्तरकाशी में सुरंग के बाहर से देर रात के दृश्य.ऑगर ड्रिलिंग मशीन में तकनीकी खराबी आने के बाद ड्रिलिंग कार्य रोक दिया गया. अब तक, बचावकर्मी सिल्कयारा सुरंग में 46.8 मीटर तक ड्रिल कर चुके हैं.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Late night visuals from outside the tunnel
Drilling work was halted after a technical snag in the Auger drilling machine. Till now, rescuers have drilled up to 46.8 meters in the Silkyara tunnel pic.twitter.com/EqwoifaQsT
— ANI (@ANI) November 23, 2023
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श्रमिकों को होगी मानसिक और शारीरिक चुनौतियां: डॉ. जुगल किशोर
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे श्रमिकों पर सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि जब ऐसी स्थिति होती है तो उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लंबे समय तक भोजन और पानी नहीं मिलने से, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है और निर्जलीकरण की संभावना हो सकती है. दिमाग में बादल छाए रहने के कारण, वे कोई भी निर्णय लेने में सक्षम नहीं हो सकते हैं. उनके शरीर की मांसपेशियां बहुत कमजोर हो गई होंगी इसलिए उनके लिए चलना मुश्किल हो जाएगा.
#WATCH | On the trapped workers in Uttarkashi tunnel, Dr Jugal Kishore, Community Medicine, Safdarjung Hospital says, "When such a situation occurs...they face both mental and physical challenges...by not getting food and water for a long time, electrolyte imbalance can happen pic.twitter.com/uQjURGAYil
— ANI (@ANI) November 23, 2023
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रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर पीएम मोदी ने की CM धामी से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सिंह धामी से बात की.
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज फोन कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फँसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली।
इस दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं प्रदेश प्रशासन
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 23, 2023
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मजदूरों के बाहर आने को लेकर टाइमलाइन फ्रेम करना गलत
उत्तरकाशी टनल में तेजी से चल रहे रेस्क्यू में फिर बाधा आ गई है. अभी तक 46.8 मीटर ड्रिल किया जा चुका है. टेक्निकल टीम अंदर काम कर रही है. एमडीएमए के लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हैसनेन ने कहा कि मजदूरों के बाहर आने को लेकर सब लोग टाइमलाइन फ्रेम कर रहे हैं, यह सही नहीं है, हमारी फाइट जमीन से है. किसी को नहीं मालूम कि अंदर क्या है?
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मजदूरों के रेस्क्यू का काम फिर रुका
उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए सुरंग में ड्रिलिंग फिर से रोक दी गई है. बताया जा रहा है कि किसी तरह की दिक्कत आने के बाद ड्रिलिंग रोकी गई है.
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तीन बार खराब हो चुकी ड्रिलिंग मशीन: अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ
सिल्कयारा सुरंग बचाव अभियान पर, अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ, अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि हम लोगों को वापस लाने के लिए मार्ग खोजने से केवल कुछ मीटर दूर हैं. लेकिन मशीन टूट गई है, इसकी मरम्मत की जा रही है. ड्रिलिंग मशीन तीन बार खराब हो चुकी है..."
#WATCH | On Silkyara tunnel rescue operation, International Tunneling Expert, Arnold Dix says, "We are only just metres away from finding passage to have the men back. But the men are safe. The auger machine has broken down, it is being repaired and it should be back up tomorrow. pic.twitter.com/dtX8JtdU61
— ANI (@ANI) November 23, 2023
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. फिलहाल मशीन की मरम्मत की जा रही है, जिसमें कुछ घंटे लगेंगे. अगर कोई अन्य समस्या नहीं हुई तो बचाव अभियान आज सुबह फिर से शुरू होगा. इस बीच, बचाव अभियान की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज रात उत्तरकाशी में रहेंगे. उन्होंने वहां अपना अस्थायी कैंप ऑफिस बनाया है ताकि उनके रोजमर्रा के काम में कोई बाधा न आए. इसके साथ ही आज उत्तराखंड में धूमधाम से मनाए जाने वाले ईगास पर्व को भी नहीं मनाने का निर्णय लिया गया है. दरअसल, 12 नंबर को सुरंगा का एक हिस्सा ढह जाने की वजह से 41 मजदूर अंदर ही फंसे हुए हैं. राहत की बात है कि अभी तक सभी मजदूर सुरक्षित हैं. छोटी पाइप लाइन के जरिए खाना और दवाइयां अंदर भेजी जा रही हैं. मंगलवार को सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों की पहली तस्वीर सामने आई थी, जिसमें सभी सही सलामत नजर आ रहे थे, पढ़ें इस घटना से जुड़े पल-पल के अपडेट्स..
Published On - Nov 24,2023 12:26 AM