ऑपरेशन बंगाल क्या है? PM के बयान के बाद TMC-बीजेपी आमने-सामने

ऑपरेशन बंगाल क्या है? PM के बयान के बाद TMC-बीजेपी आमने-सामने

बीजेपी के 'ऑपरेशन बंगाल' के ऐलान से पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हलचल मच गई है. टीएमसी ने बीजेपी पर राज्य को बदनाम करने का आरोप लगाया है, जबकि बीजेपी इसे भ्रष्टाचार और सरकार की विफलताओं को उजागर करने का अभियान बता रही है. विवाद गहराता जा रहा है, जिसमें दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप शामिल हैं. यह देखना बाकी है कि यह अभियान जनता के मुद्दों पर केंद्रित रहेगा या चुनावी हथकंडा साबित होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद ‘ऑपरेशन बंगाल’ का उल्लेख करते ही पश्चिम बंगाल की सियासत में हलचल मच गई है. इस बयान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है, जहां एक ओर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बीजेपी पर बंगाल को आतंकी राज्य की तरह पेश करने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी इसे जनता तक सच्चाई पहुंचाने की मुहिम बता रही है.

टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, बीजेपी हमारे राज्य और हमारे लोगों को आतंकी की नजर से देख रही है. यह अत्यंत निंदनीय है. जब देश की सुरक्षा की बात होती है, तब टीएमसी सेना और ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन करती है, लेकिन जब बात बंगाल की होती है, तो बीजेपी सिर्फ बदनामी करती है.

बीजेपी ऑपरेशन बंगाल को क्या बता रही?

वहीं बीजेपी का दावा है कि ‘ऑपरेशन बंगाल’ का मकसद सिर्फ राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार और ममता बनर्जी सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाना है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि इस अभियान के तहत पार्टी पूरे राज्य में जनसंपर्क करेगी और बताएगी कि पिछले 15 वर्षों में तृणमूल सरकार ने किस तरह जनता को ठगा.

उन्होंने आरोप लगाया कि कोयला घोटाला, मवेशी तस्करी, SSC भर्ती घोटाले से लेकर महिलाओं के खिलाफ अपराध, अराजकता, घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों तक, ममता सरकार ने राज्य को गर्त में धकेल दिया है.

बंगाल की जनता अब परिवर्तन चाहती है- अग्निमित्रा पॉल

बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने इस अभियान को सीधे ममता बनर्जी की सत्ता को चुनौती बताते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन बंगाल’ एक रणनीति है जिससे ममता सरकार को उखाड़ फेंका जाए. बंगाल की जनता अब परिवर्तन चाहती है. ममता की तुष्टिकरण की राजनीति खत्म होनी चाहिए. हालांकि बीजेपी यह भी स्पष्ट कर रही है कि ‘ऑपरेशन बंगाल’ का किसी सैन्य कार्रवाई या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से कोई लेना-देना नहीं है.

लेकिन विपक्ष का मानना है कि बीजेपी ‘ऑपरेशन’ जैसे शब्दों का प्रयोग कर लोगों में भय फैलाने की कोशिश कर रही है और बंगाल की गरिमा को चोट पहुंचा रही है. अब देखना यह है कि ‘ऑपरेशन बंगाल’ वाकई जनता के मुद्दों पर केंद्रित अभियान बनता है या चुनावी हथकंडा.