आप चाइनीज लहसुन तो नहीं खा रहे…हो सकता है नुकसान, अमेरिकी सीनेटर का दावा

आप चाइनीज लहसुन तो नहीं खा रहे…हो सकता है नुकसान, अमेरिकी सीनेटर का दावा

चाइनीस लहसुन खाने से भारत में लोगों को शारीरिक नुकसान अधिक है तो उधर अमेरिकी सीनेटर का कहना है कि चीनी लहसुन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है. चीन दुनिया में ठंडा लहसुन का सबसे बड़ा निर्यातक है और अमेरिका एक प्रमुख उपभोक्ता है.

अगर खाने में देसी लहसुन मिला हो तो खाने का स्वाद कुछ अलग ही हो जाता है और देसी लहसुन स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होता है, लेकिन बाजार में देसी के अलावा अब चाइनीज लहसुन भी बिक रहा है, जो आप के स्वास्थ के साथ ही साथ चाइनीज लहसुन दुनिया के लिए खतरा बन सकता है. तो आप अचरज में पड़ जायेंगे कि आखिर ऐसा कैसे?

दरअसल अमेरिकी सीनेटर का कहना है कि चीनी लहसुन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए तो खतरा है ही साथ ही इंसान की स्वास्थ्य के लिए भी काफी खतरनाक है. चाइनीस लहसुन और देसी लहसुन में क्या फर्क होते हैं चाइनीज लहसुन खाने से क्या बीमारी बन सकती है इस पर हेल्थ एक्सपर्ट और कृषि विशेषज्ञ ने इसके अंतर को बताया है.

चाइनीज लहसुन और देसी लहसुन में क्या फर्क होता है और चाइनीज लहसुन शरीर के लिए कितना खतरनाक है. हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर अंशुमान कुमार ने बताया कि चाइनीज और देशी लहसुन में सबसे पहले फर्क रंग का होता है. चीनी लहसुन बिल्कुल सफेद होगा और चीनी लहसुन साइज में बड़ा भी होगा, जबकि देसी लहसुन हल्का पीला होगा और साइज में छोटा होगा. देशी लहसुन में स्मेल बहुत अधिक होती है और चीनी लहसुन में स्मेल ना के बराबर होती है.

चाइनीज लहसुन में होते हैं हेवी मेटल

डॉक्टर अंशुमान कुमार ने कहा कि चाइनीस लहसुन बहुत तेजी से बढ़ता है, जिससे कि वह बाजार में जल्दी बिके. इसको उगाने का तरीका बहुत खतरनाक है, इसकी सिंचाई के लिए सेप्टिक टैंक से निकले हुए पानी का इस्तेमाल किया जाता है . उसमें खाद की मात्रा अधिक होती है, लेकिन इसके साथ ही हेवी मेटल जैसे लेट्स जैसे रासायनिक पदार्थ मिले होते हैं.

चाइनीस लाइसेंस जब बड़ा हो जाता है, तब उसे सफेद करने के लिए ब्लीच का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमे मिथाइल, क्रोमाइड़ जैसा केमिकल इसका इस्तेमाल किया जाता है. मिथाइल क्रोमाइड के कारण आपको सांस की तकलीफ नर्वस सिस्टम की तकलीफ होती है.

अमेरिका ने इसे इंटरनल सिक्योरिटी थ्रेट बताया है. हेवी मेटल के कारण आर्सेनिक, मरकरी बोन कैंसर और अन्य प्रकार का कैंसर हो सकता है. चाइनीस लहसुन आपके शरीर में संक्रामक और गैर संक्रामक बीमारियां पैदा कर सकता है. देसी लहसुन को खाने में स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।

देसी लहसुन से बिक रहा है महंगा

इधर बाजार में बिक रहे चाइनीज लहसुन देसी लहसुन से 50 से 100 रुपए महंगा बिक रहा है. इसके साथ ही सब्जी विक्रेता और ग्राहकों की माने तो चाइनीज लहसुन साइज में बड़ा होता है और छिलने में कम समय लेता है. इसलिए ग्रहणियों की पसंद चाइनीज लहसुन है. हालांकि ग्राहक खुद इस बात को मान रहे हैं कि चीनी लहसुन खाने में कोई टेस्ट नहीं होता जबकि देसी लहसुन का टेस्ट ज्यादा अच्छा रहता है.

चीनी लहसुन और देसी लहसुन पर कृषि विशेषज्ञ पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि भारत में चीनी लहसुन के आयात से किसानों को काफी नुकसान है, क्योंकि चीनी लहसुन को लोग ज्यादा खरीदते हैं, क्योंकि उसको छीलने में कम समय लगता है और उसका साइज भी देसी लहसुन की तुलना में बड़ा होता है. चीनी लहसुन से शरीर को काफी नुकसान होता है. इसके साथ ही उसकी सिंचाई भी बहुत गलत तरीके से की जाती है, जिसके कारण उसके अंदर केमिकल्स की मात्रा अधिक होती है.

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