JK: पाकिस्तान हमले के पीड़ितों से मिले राहुल गांधी, गोलीबारी में पुंछ में तबाह हुए घरों का भी किया दौरा

JK: पाकिस्तान हमले के पीड़ितों से मिले राहुल गांधी, गोलीबारी में पुंछ में तबाह हुए घरों का भी किया दौरा

पहलगाम हमले के बाद से राहुल गांधी का केंद्र शासित प्रदेश का यह दूसरा दौरा है. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें से अधिकतर पुरुष पर्यटक थे. हमले के 3 दिन बाद राहुल घायलों से मिलने 25 अप्रैल को श्रीनगर गए थे.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद छिड़े सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कई रिहायशी इलाकों पर भी हमले किए, जिसमें कई घरों को खासा नुकसान भी पहुंचा. अब कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पाक सेना की ओर से सीमापार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मिलने के लिए आज शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले पहुंचे. यहां पर उन्होंने कई पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हालचाल भी जाना.

पिछले महीने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का केंद्र शासित प्रदेश का यह दूसरा दौरा है. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें से अधिकतर पुरुष पर्यटक थे. आतंकी हमले के 3 दिन बाद राहुल गांधी घायलों से मिलने 25 अप्रैल को श्रीनगर गए थे. इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कई हितधारकों से भी मुलाकात की थी.

इस यात्रा के बारे में कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि राहुल गांधी आज शनिवार सुबह जम्मू एयरपोर्ट पहुंचे और सीमापार से की गई गोलाबारी से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के साथ ही शोकसंतप्त परिवारों से मिलने के लिए हेलीकॉप्टर से पुंछ रवाना हो गए.

गुरुद्वारा, मंदिर और मदरसा भी जाएंगे राहुल

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पुंछ में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा का दौरा किया. पाकिस्तान की ओर से सीमापार से की गई गोलीबारी में गुरुद्वारा क्षतिग्रस्त हो गया था.

उनकी इस यात्रा से पहले कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर यूनिट के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने बताया, “राहुल गांधी एक गुरुद्वारे, एक मंदिर, एक मदरसे के अलावा एक ईसाई मिशनरी स्कूल सहित फायरिंग से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. साथ ही वह शोकसंतप्त परिवारों और नागरिक समाज के लोगों से भी मिलेंगे.”

उन्होंने यह भी कहा, “राहुल पहले ऐसे राष्ट्रीय नेता हैं जो प्रभावित आबादी के प्रति एकजुटता व्यक्त करने और उनका दर्द साझा करने के लिए उनके पास पहुंचे.”

ऑपरेशन सिंदूर के बाद छिड़ गया सैन्य संघर्ष

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर चलाया और इसके तहत पाकिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकवादी ठिकानों पर कई सटीक हमले किए थे. जवाब में पाकिस्तान की ओर से पुंछ समेत कई सेक्टर में सीजफायर की घटना बढ़ गई थी.

फिर पाकिस्तान की ओर से 7 से 10 मई के बीच केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में तोप से गोले दागे जाने, मिसाइल और ड्रोन हमलों में 28 भारतीयों की मौत हो गई. पुंछ जिले में अकेले 13 लोग मारे गए जबकि 70 से अधिक घायल हो गए थे.

पाकिस्तान की ओर से एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों में ताबड़तोड़ हमले और फायरिंग के बीच इन इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को अपना घर-परिवार छोड़कर सरकारी राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी थी. दोनों देशों के बीच 4 दिन तक ड्रोन और मिसाइल हमले जारी रही फिर 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी जिससे सीमा से सटे दोनों ओर से फायरिंग रोक दी गई.