Uttarkashi Tunnel Rescue Live: PM के प्रधान सचिव ने श्रमिकों से फोन पर की बात, 31 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग पूरी

Uttarkashi Tunnel Rescue Live Updates: उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन दिन-रात चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन में तमाम दिक्कतों की वजह से सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने में देरी हो रही है. अमेरिका से आई ऑगर मशीन के अलावा, देश के अलग-अलग राज्यों से आईं मशीनें भी फेल हो गई हैं. बताया जा रहा है कि मजदूरों को बाहर निकालने में अभी दो से तीन दिन का समय और लग सकता है. फिलहाल राहत टीम वर्टिकल ड्रिलिंग कर रही है.
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ऑगर मशीन को पूरा निकाला गया, अब मैनुअल ड्रिलिंग होगी
टनल के रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे प्रशासन बताया है कि ऑगर मशीन को पूरा निकाला गया है. अभी सफाई चल रही है. हमारे अनुमान के अनुसार दस से बारह मीटर पार करना है. मैनुअल ड्रिलिंग करेंगे. मशीन के जरिए पाइप को सिर्फ पुश करेंगे. ड्रिफ्ट बनाएंगे. फ्रेम्स बना-बनाकर आगे बढ़ेंगे. स्लो काम होगा, लेकिन पक्का काम है वो. सालों साल से माइनिंग में यह काम हुआ है.
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सुरंग में फंसे श्रमिकों की निगरानी के लिए लाई गई रोबोटिक मशीन
सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की देखभाल के लिए हर तरीके की सुविधाएं मुहैया कराए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी बीच वहां पर अब एक रोबोटिक्स विशेषज्ञ भेजा गया है. विशेषज्ञ अपने साथ एक विशेष तरह की रोबोटिक प्रणाली लेकर पहुंचे हैं जो सुरंग में फंसे श्रमिकों के स्वास्थ्य पर चौबीसों घंटे निगरानी करेगी. इसके अलावा यह मशीन मीथेन जैसी खतरनाक गैसों का पता लगाने में मदद करेगी. गौरतलब है कि यह रोबोटिक मशीन पूरी तरह से स्वदेशी है.
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पीएम के प्रमुख सचिव ने फोन पर श्रमिकों से की बात
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों से प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा ने बात की. फोन लाइन के जरिए श्रमिकों से बात करते हुए उन्होंने उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा साथ ही खाने-पीने की चीजों के बारे में जानकारी ली. प्रमुख सचिव ने श्रमिकों से पूछी की उनका खाने में क्या दिया जा रहा है. सुरंग में पर्याप्त बिजली है कि नहीं. प्रमुख सचिव के साथ केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला भी मौजूद हैं.
VIDEO | Uttarkashi tunnel collapse UPDATE: PK Mishra, Principal Secretary to the Prime Minister, speaks to the 41 trapped workers at the rescue site. pic.twitter.com/VRkTEPr0T2
— Press Trust of India (@PTI_News) November 27, 2023
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रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंच पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा
उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे हुए 41 श्रमिकों को आज 16 दिन हो गए हैं. इस पूरे ऑपरेशन के पल-पल की अपडेट खुद पीएम मोदी ले रहे हैं. इसी बीच वहां की स्थिति जानने के लिए आज खुद पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा पहुंचे हैं. उनके अलावा केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने सुरंग में कैद श्रमिकों की हालत के बारे में भी जाना. फिलहाल, वर्टिकल ड्रिलिंग का काम चालू है. अभी भी 56 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग बाकी है.
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3 घंटे बाद शुरू होगा मैन्युअल ड्रिलिंग का काम
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया है कि ऑगर मशीन के टूटे हुए टुकड़ों को बाहर निकाल लिया गया है. अब मैन्युअल ड्रिलिंग का काम तीन घंटे के बाद शुरू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि हाथ से अभी 9 मीटर की सुरंग बनाने का काम करना बाकी है. लेकिन, ये निर्भर करता है कि वहां की जमीन कैसा बर्ताव कर रही है. संभावनाएं हैं कि काम जल्दी भी हो सकता है, या थोड़ा लंबा समय भी लग सकता है.
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मैनुअल ड्रिलिंग का काम जल्द होगा शुरू, पीएम के उप सचिव पहुंचे सिलक्यारा टनल
उत्तरकाशी में चल रहे 41 मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति जानने के लिए पीएम मोदी के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा सिलक्यारा टनल पहुंच चुके हैं. प्रमुख सचिव रेस्क्यू की मौजूदा स्थिति और उससे जुड़े तमाम प्लान की जानकारी लेंगे. बता दें कि टनल में मैनुअल ड्रिलिंग का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा. कुल 11 लोगों की टीम मैनुअल ड्रिल के काम में लगाई गई है.
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दो से तीन घंटे में फिर शुरू होगी मैनुअल ड्रिलिंग
उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में अमेरिका से आई ऑगर मशीन फेल हो गई थी. मशीन के टूटे हुए टुकड़ों को भारतीय सेना मैनुअल ड्रिलिंग करके बाहर निकालने की कोशिश में लगी थी, जिसमें उन्हें अब सफलता मिल गई है. यानी, ऑगर मशीन के फंसे हुए ब्लेड्स को बीती रात पूरी तरह से बाहर निकाल लिया गया है. अब तीन से चार घंटे में सुरंग के अंदर के बचे हुए हिस्से की मैन्युअल खुदाई दोबारा शुरू हो सकती है.
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टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए बचाव अभियान
उत्तरकाशी की टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए सावधानी और सुरक्षा के साथ बचाव अभियान चलाया जा रहा है. वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू की जा चुकी है. इसके अलावा राहत के अन्य तरीके से भी अपनाए जा रहे हैं. एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट रि. जनरल सैयद अता हसनैन के मुताबिक सभी श्रमिकों को भोजन, दवा मिल रही है. चिकित्सा और मनो-सामाजिक विशेषज्ञ भी वहां मौजूद हैं और लगातार अपना काम कर रहे हैं. सभी तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं.
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ऑगर मशीन को बाहर निकालेगा प्लाज्मा कटर
ऑगर मशीन के फंसे हिस्सों को बाहर निकालने के लिए हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगाया गया है. यह देहरादून एयरपोर्ट पर पहुंचा. यहां से उसे ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सिलक्यारा सुरंग तक लाया जा रहा है. टिहरी और उत्तरकाशी पुलिस प्रशासन के मुताबिक यह देर शाम तक सिलक्यारा में पहुंच जाएगा.
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15 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम पूरा
दूसरे विकल्प के तौर पर सुरंग के ऊपर की पहाड़ी से वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू किया गया है.
Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | 15 metres of vertical drilling work completed.
As a second option, vertical drilling work was started from the hill above the tunnel.
(Visual of the vertical drilling from earlier today) pic.twitter.com/FDgg4JDhNZ
— ANI (@ANI) November 26, 2023
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी 2 से 3 दिन का वक्त ओर लग सकता है. सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अब राहत टीम वर्टिकल ड्रिलिंग कर रही है, जो तकरीबन 20 मीटर तक हो चुकी है, इसे 86 मीटर तक किया जाना है. अमेरिकी ऑगर मशीन के टूटने के बाद राहत टीम ने वर्टिकल ड्रिलिंग करने का फैसला किया था. दरअसल, 12 नंबर को सुरंगा का एक हिस्सा ढह जाने की वजह से 41 मजदूर अंदर ही फंसे हुए हैं. राहत की बात है कि अभी तक सभी मजदूर सुरक्षित हैं. छोटी पाइप लाइन के जरिए खाना और दवाइयां अंदर भेजी जा रही हैं. पिछले मंगलवार को सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों की पहली तस्वीर सामने आई थी, जिसमें सभी सही सलामत नजर आ रहे थे. पढ़ें इस घटना से जुड़े पल-पल के अपडेट्स...
Published On - Nov 27,2023 5:04 AM